छात्र अपना अच्छा कैरियर बना कर अपने जीवन को सफल करना चाहते हैं। और व्यक्ति बनना चाहते है। इसी कारण आज के दौर में छात्र एवं छात्राएं MDS कोर्स कर रहे हैं। और अपना बेहतरीन करियर बना रहे हैं।
MDS की फुल फॉर्म master of dental surgery होती है जिसे हम हिंदी में दंत शल्य चिकित्सा के मास्टर के नाम से जानते हैं।
यह एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है जो 2 से 3 वर्ष का होता है। इसके अंतर्गत 1 साल का प्रशिक्षण यानी ट्रेनिंग भी आती है।
एमडीएस कोर्स के माध्यम से छात्रों को डेंटल से संबंधित सभी जानकारी प्रदान की जाती है। जैसे:- दांत, जबड़े और मसूड़ों आदि से संबंधित सभी बीमारियां सर्जरी तथा कॉस्मेटिक उपचार के बारे में पढ़ाया जाता है।
एमडीएस course सिर्फ साइंस विषय में स्पेशलाइजेशन के लिए किया जाता है। ताकि जो छात्र एमडीएस कोर्स कर रहा है। वह डेंटल का स्पेशलिस्ट बन सके।
अगर आप 12वीं के बाद एमडीएस का कोर्स करना चाहते हैं। तो आपको सर्वप्रथम 12th भी में साइंस सब्जेक्ट लेना होगा। वह भी फिजिक्स, केमिस्ट्री और biology स्ट्रीम का होना चाहिए। 12th में इन सब्जेक्ट के साथ आपको 50 या 55 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।
इसके तत्पश्चात आपको बीडीएस का कोर्स करना होता है। जोकि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज से करना होता है। इसके पश्चात आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। जिसके बाद आपको एमडीएस के कोर्स में एडमिशन मिलता है।
एमडीएस डॉक्टर की सैलरी उसके अनुभव और फील्ड पर डिपेंड करती है। परंतु शुरुआती तौर पर यदि आप किसी हॉस्पिटल में डेंटल के पोस्ट पर काम करते हैं। तो आपको शुरुआती सैलरी ₹35000 से ₹50000 तक दी जाती है।
एमडीएस कोर्स क्या है? अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें?