हाल ही में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। लोगों ने अपना कीमती वोट देकर अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों के विधायक चुने हैं। सभी को उम्मीद रहती है कि उनके विधायक भ्रष्टाचार मुक्त आचरण कर विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्य कराएं। जनता की सेवा करें, क्योंकि उन्हें वेतन एवं अन्य भत्ते सरकार की ओर से मिल जाते हैं।

इसके बावजूद यह आम धारणा है कि ज्यादातर विधायकों का ध्यान सत्ता शक्ति से अपनी संपत्ति में इजाफा करने पर होता है। क्या आप जानते हैं कि जिस विधायक को आपने वोट देकर विधानसभा भेजा है, उसका वेतन कितना है? यदि नहीं तो आज इस पोस्ट में हम आपको राज्यवार इसी बात की जानकारी देंगे कि विधायक का वेतन कितना होता है?

दोस्तों, सबसे पहले सबसे बेसिक (basic) सवाल का जवाब। विधायक (MLA) कौन होता है? आपको बता दें कि विधायक एक जन प्रतिनिधि होता है, जिसे उसके निर्वाचन क्षेत्र के लोग चुनकर विधानसभा भेजते हैं। विधानसभा (legislative assembly) विधायकों से मिलकर बना एक संवैधानिक ढांचा होता है।

विधायक का चुनाव पांच साल के लिए होता है। बहुत से राज्यों में अल्पसंख्यक अथवा अन्य वर्ग के प्रतिनिधित्व के मद्देनजर मनोनीत विधायक भी चुना जाता है। इसकी संख्या राज्य विधानसभा कानून के अनुसार अलग अलग हो सकती है।

दोस्तों, अब आपके उस प्रश्न का जवाब देते हैं, जो विधायक के वेतन के संबंध में सबसे पहले किसी के भी दिमाग में आता है। यह प्रश्न है कि क्या विभिन्न राज्यों में विधायकों का वेतन अलग अलग होता है? तो इसका जवाब है हां। विभिन्न राज्यों में विधायकों का वेतन पृथक होता है।

दरअसल, यह बहुत कुछ राज्यों के आकार, सरकारी खजाने की स्थिति आदि पर भी निर्भर करता है। विधायक का वेतन राज्य विधानसभा द्वारा पारित कानून पर निर्भर करता है

आपको बता दें कि जिस राज्य में सरकारी खजाने की स्थिति बेहतर होती है एवं धन अधिक होता है, उस राज्य में विधायकों को अधिक वेतन मिलता है। इसके विपरीत जिस राज्य में धन की कमी होती है एवं पर्याप्त संसाधन भी नहीं होते, वहां विधायकों को कम वेतन प्राप्त होता है। पूर्वोत्तर (North East) इसका जीता जागता उदाहरण है। जैसे त्रिपुरा में विधायक को सबसे कम वेतन मिलता है।

विधायकों को प्रतिमाह होने वाले भुगतान (payment) में उनके वेतन (salary) के साथ ही भत्तों (allowances) को भी शामिल किया जाता है। आपको बता दें दोस्तों कि विधायकों को कुल देय राशि में वेतन का करीब 20 प्रतिशत हिस्सा होता है, जबकि भत्तों का हिस्सा करीब 80 प्रतिशत होता है। जैसे तेलंगाना के विधायक को ही लें।

एक विधायक का वेतन कितना होता है? पूर्व विधायक की पेंशन कितनी है? इसकी और अधिक जानकारी के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें?