इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने की है, इस योजना के अंतर्गत राज्य के ऐसे गरीब किसानो को इसका लाभ दिया जायेगा जिन किसानो ने लोन लिया है
और अपनी फसल के ख़राब हो जाने से या फिर किसी और समस्या के होने से अपना लिया हुआ ऋण वापस चुका नही पाए है। इस आर्टिकल में आपको इस उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना ( Uttar Pradesh Ekmusht Samadhan Yojna 2023 ) से जुडी हुई सभी जानकारी दी जाएगी।
पहली श्रेणी में ऐसे किसान आते है जिन्होंने 31 मार्च 1997 से पहले ऋण लिया है और किसी कारण की वजह से अपना ऋण वापस बैंक को चुका नही पाए थे लेकिन अब इस उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना के अंतर्गत ऐसे किसानो का ऋण पर लगने वाला ब्याज माफ़ कर दिया जायेगा
दूसरी केटेगरी में ऐसे किसानो को रखा गया है जिन्होंने 31 मार्च 1997 के बाद और 31 मार्च 2007 से पहले लोन लिया था। अब इस उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना के तहत ऐसे किसान नागरिको को उनके ऋण पर लगने वाले ब्याज पर छूट प्रदान की जाएगी और ऐसे किसानो को सिर्फ मूलधन के बराबर ही ब्याज लिया जायेगा
उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना के अनुसार इस तीसरी केटेगरी में ऐसे किसान नागरिक आते है जिन्होंने एक अप्रैल 2007 के बाद और 31 मार्च 2012 से पहले किसी बैंक से ऋण लिया था। ऐसे किसानो को सबसे पहले अपना सारा मूलधन वापस बक को चुकाना होगा
इस उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना में ऐसे किसानो को ही लाभ दिया जायेगा जिनके पास सरकार द्वारा तय किये गये जरुरी कागजात होगे।
अगर राज्य के किसान इस उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना के तहत अपने लोन की बकाया राशि एकमुश्त चुकाते है तब उनको उस ऋण पर सरकार की तरफ से 35 फीसदी से लेकर 100 फीसदी तक की छूट प्रदान की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत मिल वाली मदद से किसान अपना बकाया ऋण चुका सकेगे। इस उत्तर प्रदेश एकमुश्त समाधान योजना से राज्य के बहुत से किसानो को इस योजना का लाभ मिलेगा।
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