उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों को सहायता के लिए ऑनलाइन ई – क्रय प्रणाली/ ई – उपार्जन पोर्टल को लांच किया गया है। जिसके माध्यम से उत्तर प्रदेश के किसान अपने गेहूं को सीधे सरकार एजेंसियों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेच सकेंगे।

जिससे किसानों को अपनी रबी फसल को बेचने के लिए बज़ारों में नहीं जाना हो तथा उन्हें अच्छे रेट भी मिल सकेंगे। और किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।क्योंकि अक्सर देखा जाता है

कि छोटे किसान अपनी फसल को मंडियों तक ले जाने में असमर्थ होते है जिस कारण वे अपनी फसल को किसी जिमीदार या सेठ के हाँथ बेच देते है।

तो अगर आप ऐसी समस्या का सामना कर रहे है तो आपको बिल्कुल भी परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज आपको विस्तार से बताएंगे

हम सभी जानते है कि लोगों में कोरोना संक्रमण का डर बना हुआ है, तथा ज्यादा लोग एक जगह इकठ्ठे होने से संक्रमण का खतरा और बड़ जाता है, साथ ही रबी की फसल भी नज़दीक आ रही है ऐसे में किसानों को मंडी में अपनी फसल बेचने में काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

तथा कोरोना संक्रमण का खतरा भी हो सकता है। इसी बात को मध्य नज़र रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश ई क्रय प्रणाली को तैयार किया गया है जिसके मध्यम से विभाग द्वारा आपके लिए एक ऑनलाइन टोकन जारी किया जायेगा।

जिससे मंडियों में भीड़ कम जमा होगी और संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा। आपकी उचित जानकारी के लिए बता दें कि रबी फसल की खरीदारी खाद्य एजेंसियों द्वारा 15 अप्रैल से 15 मई तक की जायेगी।

यूपी का कोई भी इच्छुक किसान यूपी गेहूं खरीद पंजीकरण करवाके सीधे राज्य ऐंजियों को अपनी गेहूं की फसल को बेचना चाहते है तो नीचे दिए गये पॉइंट्स को फॉलो करके बहुत आसानी से पंजीकरण करवा सकते है।

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