हर व्यक्ति के जीवन एक अपना लक्ष्य होता है, जैसे – कोई सेना का सैनिक, इंजीनियर, वकील बनना चाहता है। उसी प्रकार बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे भी है, जो जिनका लक्ष्य डॉक्टर बनाना है, तो अगर आप भी उन्हीं स्टूडेंट्स में से है, जो डॉक्टर बनना चाहते है,

हम सभी जानते है कि कुछ समय पहले हमारे देश वैद्य या हाकिम हुआ करते थे, जो देशी जड़ी बूटियों द्वारा चिकित्सा किया करते थे। लेकिन जैसे – जैसे देश में विज्ञान ने तरक्की की है वैसे चिकित्सा प्रणाली में भी बदलाब आया है और जिनके आधार पर कहा जाता है कि डॉक्टर चार प्रकार के होते है, जिनके बारे में नीचे एक – एक करके विस्तार से बताया गया है।

आज के समय में अंग्रेजी दवाओं का प्रचलन ज्यादा है औऱ अंग्रेजी दवाओं द्वारा उपचार एलोपैथिक डॉक्टर्स द्वारा ही किया जाता है। जिस कारण अधिकतर स्टूडेंट एलोपैथिक डॉक्टर बनना ज्यादा पसंद करते है, क्योंकि एलोपैथिक दवा द्वारा उपचार करके मरीज को कम समय में स्वस्थ्य किया जा सकता है।

अभी भी बहुत सी ऐसी बीमारियां है, जिनका इजाल अंग्रेजी दवाओं या एलोपैथिक उपचार से नहीं किया जा सकता है, इस कंडीशन में होम्योपैथी दवाओं और होम्योपैथीक डॉक्टर्स को बेस्ट माना जाता है। इसके अलावा आपको बता दें कि होम्योपैथीक दवाओं द्वारा बीमारी को जड़ से खत्म किया जाता है,

भारतीय पुराणिक तरीके या जड़ी बूटियों द्वारा उपचार करने वाले डॉक्टर आयुर्वेदिक डॉक्टर कहा जाता है और इन्हें वैद्य के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन आज के समय में लोग आयुर्वेदिक डॉक्टर्स द्वारा इलाज करवाना कम पसन्द करते है, लेकिन। इनकी मांग अभी कम नहीं है, क्योंकि बहुत सी बीमारियां ऐसी है,

जी हां! एक सफल डॉक्टर बनने के लिए नीट परीक्षा देना आवश्यक है जी हां! डॉक्टर बनने के लिए 12वीं में जीव विज्ञान होना आवश्यक है।

जी हां! एक सफल डॉक्टर बनने के लिए नीट परीक्षा देना आवश्यक है जी हां! डॉक्टर बनने के लिए 12वीं में जीव विज्ञान होना आवश्यक है।

जी हां! नीट परीक्षा देने के लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है डॉक्टर बनने के लिए 10वीं तथा 12वीं में न्यूनतम 50% अंक होना आवश्यक है।

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