आज हम बात करेंगे बिज़नेस लोन कितने प्रकार के होते (Business loan types in India in Hindi) हैं तथा इनका कब इस्तेमाल और कैसे इस्तेमाल करना चाहिये।
इसमें आप मान लीजिये कि कहीं से धन का इंतजाम करके एक गाड़ी खरीद ली। लेकिन अब आपके साथ समस्या यह है कि आपके पास इतना धन नहीं है कि आप पेट्रोल खरीदकर अपनी गाड़ी को चला सकें।
वर्तमान समय में यदि किसी चीज का मूल्य बहुत तेजी से बढ़ रहा है तो वह चीज ‘पेट्रोल/डीजल’ है। तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से ट्रांसपोर्टेशन भी महंगा हो रहा है।
अगर बिजनेस/ कंपनी में प्रोडक्ट बनेगा ही नहीं तो फिर वह बिकेगा भी कैसे? जब प्रोडक्ट बिकेगा नहीं तो आमदनी कैसे होगी? इसीलिए आमदनी के लिए सामान बनाना जरूरी है और सामान बनाने के लिए कच्चे माल की जरूरत होती है।
वैसे तो प्रोफेशनल ऋण और व्यापार के लिए लिया गया लोन दोनों ही सुरक्षित या असुरक्षित हो सकते हैं। इसी के अंतर्गत शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म कुछ भी हो सकते हैं।
इसके बाद अब हम लोन के दूसरे प्रकार जो कि व्यापार से सम्बंधित है उसकी जानकारी बता रहे है। व्यापार के लिए लोन ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है
यह किसी उधार देने वाली संस्था से क्रेडिट का विस्तार है, जो तब दिया जाता है जब अकाउंट शून्य पर पहुंच जाता है। ओवरड्राफ्ट खाताधारक को पैसे निकालने की प्रकृति जारी रखने की अनुमति देता है,
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