अमेरिका एवं पश्चिमी देशों के बीच एक सैन्य गठबंधन है, लिहाजा रूस नहीं चाहता कि उसका पड़ोसी देश यूक्रेन नाटो का दोस्त सदस्य बने। इससे उसे नुकसान यह होगा कि नाटो एक सैन्य समूह है, रूस के पड़ोसी देश जैसे एस्टोनिया एवं लताविया पूर्व में ही इसमें शामिल हो चुके हैं, जो पहले सोवियत संघ का हिस्सा थे।