उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई हैं। इनके अंतर्गत युवाओं को सब्सिडी पर लोन उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि वे अपने पैरों पर खडे हो सकें। साथ ही दूसरों को भी रोजगार दे सकें। सरकार की पोल्ट्री फार्म यानी मुर्गी पालन योजना एक ऐसी ही योजना है।
आज हम आपको इसी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे कि इस योजना के अंतर्गत कितनी राशि का लोन मिल सकता है? यह लोन कौन कौन से बैंक दे रहे हैं?
पको बता दें कि पोल्ट्री फार्म लोन (poultry farm) मुर्गी पालन के लिए दिया जाता है। यह एक प्रकार का बिजनेस एवं वर्किंग कैपिटल लोन (business and working capital loan) है। यह देश भर में शहरी (urban), ग्रामीण (rural) क्षेत्रों के लोगों के साथ ही एमएसएमई एवं बिजनेस मालिकों को दिया जाता है।
आपको जानकारी दे दें कि बैंक मुर्गी फार्म की स्थापना, चूजों की खरीद, उनकी देखभाल चारा एवं दवाओं, उपकरणों एवं फीड मिक्स प्लांट की खरीद के साथ ही पोल्ट्री शेड की स्थापना आदि के लिए लोन प्रदान करते हैं।
आपको बता दें कि प्रत्येक बैंक की मुर्गी पालन योजना के तहत लोन के लिए राशि, ब्याज दर, चुकौती अवधि आदि अलग अलग हो सकती है। इसके साथ ही भूमि बंधक/गिरवी रखने संबंधी बाध्यताएं भी प्रत्येक बैंक ने अपने अनुसार निर्धारित की हैं। दस्तावेजों को लेकर भी विभिन्न बैंकों में विभिन्न शर्तें हो सकती हैं।
एसबीआई ब्रायलर प्लस योजना (SBI broiler plus loan) के तहत बैंक किसानों के लिए फीड रूम बनवाने, उपकरण खरीदने आदि के लिए लोन देता है। लोन लागत का 75 प्रतिशत तक दिया जाता है। पक्षियों की न्यूनतम संख्या 5000 के लिए 3 लाख तक का लोन बैंक देता है। बैंक से अधिकतम नौ लाख रूपये तक लोन लिया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन (PM mudra loan) के लिए एलाइड एग्री लोन (allied agri loan) के रूप में अधिकतम 10 लाख रूपये तक का लोन मुर्गी पालन के लिए लिया जा सकता है। अब बात करते हैं चुकौती अवधि की। यह लोन तीन साल से लेकर पांच साल तक के लिए लिया जा सकता है।
पोल्ट्री फार्म लोन-2022: मुर्गी पालन के लिए लोन कैसे मिलेगा? इसके बारे में और जानने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें?