इस योजना के अंतर्गत पिछले वर्ष 1.98 लाख बालिकाओं को लाभ प्रदान किया गया है | जिसके बाद बालिकाओं को अध्ययन में रुचि बड़ी है | और उन्हें स्कूल जाने में होने वाली समस्याओं से छुटकारा मिला है | जिसके फलस्वरुप ड्रॉपआउट बालिकाओं की संख्या में कमी आई और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई |