नए साल के बारे में हर एक व्यक्ति जानता है। परंतु नया साल क्यों मनाया जाता है? इससे संबंधित जानकारी हर व्यक्ति को नहीं होती है। नए साल को बनाने के पीछे की वजह बहुत कम ही लोगों को पता होती है।
नए साल पर हम लोग बहुत खुशियां मनाते हैं। साथ ही अपनी खुशियों को प्रकट करने के लिए बहुत सारे कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। यदि आपको नहीं पता कि नया साल इतनी धूमधाम से क्यों मनाया जाता है?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर बहुत ही व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। जिसके अनुसार 1 जनवरी को पूरे विश्व में नया साल मनाया जाता है। परंतु नया साल अलग-अलग धर्म में अपने धार्मिक, सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुसार ही मनाया जाता है।
जिसके पीछे उनके कुछ महत्व और आस्थाएं छुपी होती है। अन्य विभिन्न देश भी अपने अपने कलैंडर के आधार पर नए साल का जश्न बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। साथ ही नए साल की मान्यता यह भी है।
ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया साल 1 जनवरी को मनाया जाता है। जिस दिन अधिकतर देशों में बहुत अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भारत देश में धार्मिक और सांस्कृतिक तौर पर भी अलग-अलग तिथियों पर नववर्ष मनाया जाता है। इसीलिए चैत्र मास की शुल्क प्रतिपदा को हिंदू नव वर्ष मनाया जाता है।
नववर्ष की शुरुआत अच्छे कार्य से करनी चाहिए। साथ ही उन लोगों को नववर्ष की खुशी देनी चाहिए। जिन्होंने आज तक नववर्ष कभी नहीं मनाया हो।
ऐसा माना चाहता है, कि 4000 वर्ष पूर्व प्राचीन बेबीलोन से नव वर्ष की मानने की शुरुआत की गई थी
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