भेदिया कारोबार (insider trading) एक ऐसा ही गैर कानूनी तरीका है। आज इस पोस्ट में हम आपको भेदिया कारोबार यानी इनसाइडर ट्रेडिंग (insider trading) के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

भेदिया कारोबार क्या है?

आइए, सबसे पहले जान लेते हैं कि भेदिया कारोबार क्या है? (What is insider trading?) मित्रों, कंपनी की अंदरूनी जानकारी का लाभ उठाकर गैर कानूनी तरीके से शेयर को बेच अथवा खरीदकर लाभ कमाना भेदिया कारोबार यानी इनसाइडर ट्रेडिंग कहलाता है।

इन दिनों भेदिया कारोबार चर्चा में क्यों है?

दोस्तों, दरअसल, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (securities and exchange board of India) यानी सेबी (SEBI) म्युचुअल फंड (Mutual fund) में इस कारोबार पर रोक लगाने की तैयारी कर रहा है।

भेदिया कारोबार पर रोक लगाने की आवश्यकता क्यों है?

मित्रों, अब एक सवाल जो प्रत्येक व्यक्ति के दिमाग में आएगा वो ये है कि आखिर सेबी को भेदिया कारोबार पर रोक लगाने की आवश्यकता क्यों है? तो मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि हमारे देश में म्युचुअल फंड एकाउंट्स (Mutual funds accounts) बडी संख्या में खोले जा रहे हैं।

हमारे देश में कितने म्युचुअल फंड एकाउंट्स हैं?

दोस्तों, जान लीजिए कि 30 जून, 2023 तक हमारे देश में 13.4 करोड.से भी अधिक म्युचुअल फंड एकाउंट्स खुल चुके हैं।

भेदिया कारोबार का पता लगाने को सेबी क्या तरीके अपनाती है?

दोस्तों, यह तो आप भी जानते होंगे कि शेयर मार्केट (share market) में भेदिया कारोबार की गतिविधियों पर अंकुश अथवा रोक लगाना सेबी की प्राथमिकताओं में शामिल है।

भेदिया कारोबार की सूचना देने पर कितनी राशि बतौर इनाम देने का प्रावधान है?

भेदिया कारोबार की सूचना देने पर अब 10 करोड़ रूपए की इनामी राशि का प्रावधान किया गया है। पिछले वर्ष यानी जून, 2023 तक इनामी राशि एक करोड़ रूपए थी।

शेयर मार्केट में भेदिया कारोबार पर नजर रखने को सेबी क्या करती है?

वह शेयर मार्केट सर्विलांस करती है। ट्रेडिंग चार्ट में दिखाई देने वाले असामान्य पैटर्न पर नजर रखती है और भेदिया कारोबार रोकने को एक्शन लेती है।

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