आज इस पोस्ट में हम आपको नेशनल हाइड्रोजन मिशन से जुड़ी सारी जानकारी देंगे। आप बस इस पोस्ट को शुरू से अंत तक ध्यान से पढ़ें। आइए, शुरू करते हैं-

ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी यानी हरित स्त्रोतों से हाइड्रोजन बनाने के साथ ही ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों के अधिकतम विकास और दोहन को सुनिश्चित किया जाएगा‌। इसका लक्ष्य भारत को ग्रीन एनर्जी यानी हरित ऊर्जा समेत ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में स्व निर्भर बनाना है।

आपको बता दें कि वर्तमान में देश में जो भी हाइड्रोजन की खपत होती है, वह जीवाश्म ईंधन से आती है। वर्ष 2050 तक कुल हाइड्रोजन का तीन चौथाई हरित यानी इको फ्रेंडली किये जाने का लक्ष्य है। भारत को ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के साथ ही एक्सपोर्ट में वर्ल्ड सेंटर बनाने का लक्ष्य है।

दोस्तों, यदि आप हाइड्रोजन एनर्जी के बारे में नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि हाइड्रोजन एक बहुत ही किफायती ईंधन है। खास बात यह है कि यह पूरी तरह क्लीन एनर्जी है। यानी इसे वाहनों में ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है

दोस्तों, आप जानते ही हैं कि प्राकृतिक संसाधनों (natural resources) के लगातार दोहन की वजह से एक दिन यह चुक जाएंगे। ऐसे में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की खोज और उनका इस्तेमाल वक्त की जरूरत है। हाइड्रोजन एनर्जी भी ऊर्जा का एक बेहतरीन वैकल्पिक स्रोत है

इस मिशन के तहत केंद्र सरकार की ओर से भारत आजादी की 100वीं वर्षगांठ यानी 2047 तक एक ऊर्जा संपन्न राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी और पर्यावरण का संरक्षण होगा। जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटना संभव होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2023 को स्वतंत्रता दिवस के दिन नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की है।

नेशनल हाइड्रोजन मिशन क्या है? घोषणा, उद्देश्य, लाभ अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर  क्लिक करे?